ऊँ नमो भगवते गोरक्षनाथाय | धर्मो रक्षति रक्षितः | श्री गोरक्षनाथो विजयतेतराम | यतो धर्मस्ततो जयः |     Helpline 24/7: 0551-2255453, 54 | योग-वाणी

  • ब्रह्मलीन महन्त
    दिग्विजयनाथ जी महाराज

    महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद्‌ के संस्थापक

    युगपुरुष महन्त दिग्विजयनाथ जी बचपन में राणा नान्हू सिंह के नाम से विख्यात थे। उनका आविर्भाव बाप्पा रावल के उस इतिहास प्रसिद्ध वंश में हुआ था, जिसमें उत्पन्न होकर राणा सांगा और महाराणा प्रताप जैसे स्वदेशाभिमानी वीरों ने देश और धर्म की रक्षा के लिए आजीवन संघर्ष किया।महाराणा प्रताप की तलवार ने जिस वंश के इतिहास को त्याग, वीरता और आत्म-सम्मान का इतिहास बना दिया, ...

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  • ब्रह्मलीन महन्त
    अवेद्यनाथ जी महाराज

    राष्ट्र सन्त महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज

    भारतीय संस्कृति की सर्वाधिक प्रमुख विशेषता है आत्मशुद्धि अर्थात् स्वयं शुद्धीकरण की। इसी विशेषता के परिणामस्वरूप वैदिक धर्म में जब कुछ विकार आया तो महात्मा बुद्ध पैदा हुए। जब बौद्ध धर्म में विकार उत्पन्न हुआ तो गुरु श्री गोरक्षनाथ तथा शंकराचार्य का आविर्भाव हुआ। इस्लामी शासन में जब विकृतियों की सम्भावनाएँ बढ़ीं तो भक्ति आन्दोलन का सूत्रपात हुआ।

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  • गोरक्षपीठाधीश्वर महन्त
    योगी आदित्यनाथ जी महाराज

    मुख्यमंत्री, (उत्तर प्रदेश)

    योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। शिव अंश की उपस्थिति ने छात्ररूपी योगी जी को शिक्षा के साथ-साथ सनातन हिन्दू धर्म की विकृतियों एवं उस पर हो रहे प्रहार से व्यथित कर दिया। प्रारब्ध की प्राप्ति से प्रेरित होकर आपने 22 वर्ष की अवस्था में ...

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